Thursday 26 October 2017

संज्ञा

संज्ञा उस विकारी शब्द को कहते हैं जिससे किसी विशेष वस्तु, भाव, अथवा जीव के नाम का बोध होता है|

संज्ञा के भेद
संज्ञा के भेदो के संबंध में व्याकरण करता एकमत नहीं है पर अधिकतर व्याकरण कर्ता संज्ञा के 5 भेद मानते हैं| यह भेद अंग्रेजी के आधार पर हैं, कुछ रूपों के अनुरूप और कुछ प्रयोग के अनुरूप
  1. जातिवाचक संज्ञा 
  2. व्यक्तिवाचक संज्ञा 
  3. गुणवाचक संज्ञा 
  4. भाववाचक संज्ञा और 
  5. द्रव्यवाचक संज्ञा 
व्यक्तिवाचक संज्ञा: जब शब्द से किसी एक वस्तु या व्यक्ति का बोध हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं

जैसे:  राम, गांधीजी, गंगा 

  • व्यक्तियों के नाम: राम, रहीम, राकेश, दिनेश 
  • दिशाओं के नाम :पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण 
  • देशों के नाम: भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, चीन 
  • राष्ट्रीय जातियों के नाम: भारतीय, पाकिस्तानी, बांग्लादेशी, रूसी, अमेरिकी 
  • समुद्रों के नाम: हिंद महासागर, प्रशांत महासागर, काला सागर, भूमध्य सागर 
  • नदियों के नाम: महानदी, केलो नदी, गंगा नदी, ब्रह्मापुत्र नदी, कृष्ण नदी, कावेरी नदी, सिंधु नदी 
  • पर्वत के नाम: कबरा पहाड़, हिमालय, विंध्याचल, अलकनंदा, कराकोरम 
  • नगरों चौकों और सड़कों के नाम: रायगढ़, बिलासपुर, रायपुर, चांदनी चौक, अशोक नगर, चक्रधर नगर, नेहरु नगर 
  • पुस्तकों तथा समाचार पत्रों के नाम: रामचरितमानस, ऋग्वेद,आर्यवर्त 
  • ऐतिहासिक युद्धों और घटनाओं के नाम: पानीपत की पहली लड़ाई, सिपाही विद्रोह, 
  • दिनों महीनों के नाम: जून, जुलाई, अगस्त, सोमवार, मंगलवार, बुधवार 
  • त्यौहार उत्सव के नाम: होली, दीपावली, रक्षाबंधन, विजयादशमी 

जातिवाचक संज्ञा: इन संज्ञाओं के एक ही प्रकार की वस्तुएं तथा व्यक्तियों का बोध हो उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं 
जैसे घर, पहाड़, मनुष्य, नदी, इत्यादि 'मनुष्य' कहने से ही संसार की मनुष्य जाति का, 'घर' कहने से सभी तरह के घरों का और 'पहाड़' कहने से संसार के सभी पहाड़ों का बोध हो जाता है

जातिवाचक संज्ञा निम्नलिखित स्थितियों की होती हैं 

  • संबंधियों, व्यवसाइयों पदों और कार्यों के नाम: बहन, मंत्री, दूल्हा, प्रोफेसर, ठग,
  • पशु पक्षियों के नाम: घोड़ा, गाय, कहा, तोता, मैना, 
  • वस्तुओं के नाम: मकान, कुर्सी, घड़ी, पुस्तक, कलम, टेबल,
  • प्राकृतिक तत्वों के नाम: तूफान, बिजली,  भूकंप, ज्वालामुखी, वर्षा 

भाववाचक संज्ञा: जिस संज्ञा शब्द से व्यक्ति या वस्तु के गुणधर्म दशा अथवा व्यापार का बोध होता है उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं 

जैसे लंबाई, बुढ़ापा, नमृता, मिठास, समझ, चाल, इत्यादि 

भाववाचक संज्ञाओं का निर्माण -भाववाचक संज्ञाओं का निर्माण जातिवाचक संज्ञा, विशेषण, क्रिया, सर्वनाम और अव्यय में प्रत्यय लगाकर होता है| 

  • जातिवाचक संज्ञा से:  बूढ़ा -बुढ़ापा, लड़का -लड़कपन, मित्र- मित्रता 
  • विशेषण से:  गर्म- गर्मी,  कठोर- कठोरता, मीठा -मिठास, चतुर- चतुराई 
  • क्रिया से: घबराना -घबराहट,  सजाना - सजावट, चढ़ना- चढ़ाई, मरना- मार 
  • सर्वनाम से :अपना- अपनापन, मम- ममता, ममत्व  
  • अवयव से:  दूर- दूरी , समीप- सामीप्य,  वाहवाह- वाहवाही 

समूहवाचक संज्ञा:  जिस संज्ञा से वस्तु अथवा व्यक्ति के समूह का बोध हो उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं 
जैसे व्यक्तियों का समूह-सभा, दल, गिरोह ,
वस्तुओं का समूह- गुच्छा, कुंज, मंडल, 

द्रव्यवाचक संज्ञा: जिस संज्ञा से नाप तौल वाली वस्तुओं का बोध हो उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं| इस संज्ञा का सामान्यतः बहुवचन नहीं होता है| जैसे लोहा, सोना ,चांदी, दूध, पानी, तेल, तेजाब इत्यादि 


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